Tabla Madhyama Pratham Syllabus in Hindi / English for Gandharva Mahavidyalaya Mandal

 

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खिल भारतीय गांधर्व मण्डल - तबला पखावज का  मध्यमा प्रथम हेतु पाठ्यक्रम तथा नोट्स

 

पूर्णाक-200 न्यूनतम-70 क्रियात्मक-125 (44 न्यूनतम) शास्त्र-75 (26 न्यूनतम)

 

कक्षा – मध्यमा प्रथम

मौखिक:

1. तबला का संक्षिप्त इतिहास तथा वर्तमान समय में परिवर्तन |

2. घराना तथा बाज की जानकारी देते हुए निम्नलिखित घरानों की सोदाहरण विस्तृत जानकारी दीजिये:

क)  दिल्ली

ख) लखनऊ

3. निम्नलिखित गायन शैली तथा गायन प्रकारों की जानकारी दीजिये:

क) ख्याल (विलंबित – द्रुत),

ख) ध्रुपद,

ग) ठुमरी,

घ) भजन,

ड) तराना

4. स्वतंत्र तबला वादन तथा साथ संगत की जानकारी दीजिये |

5. तबला वादक के गुण-दोष की चर्चा करें |

6. निम्नलिखित शब्दों की परिभाषा:

क) फ़रमाइशी चक्रदार,

ख) तिहाई - बेदम तथा दमदार,

ग) गत,

घ) पेशकार,

ड) परन तथा उसके प्रकार

7. तीनताल, झपताल, तथा एक ताल के कायदों को लिपिबद्ध कीजिये?

8. तबला स्वर में मिलाने की जानकारी |

9. विभिन्न प्रकार के संगीत प्रकारों की संगत में प्रयोग किये जाने वाले विभिन स्वर के तबलों की जानकारी |

10. पखावज के बाएँ पर आटा लगाने की विधि तथा कारण |

 

  क्रियात्मक:

1. निम्नलिखित तालों के ठेके:

    तिलवाडा, झपताल (विलंबित), अद्धा ताल,  आडा चौताल, खेमटा, सूलताल

2. निम्नलिखित तालों की उपयोगिता विभिन्न संगीत प्रकारों में स्पष्ट करें:

एकताल, तीन ताल, दादरा, चौताल, धमार

3. तबला:

क) विलंबित तीन ताल तथा झप ताल में मुखड़ा बजाना |

ख) कहरवा तथा दादरा ताल में लग्गी तथा तिहाई बजाकर ठेका पकड़ना |

4. निम्नलिखित तालों में ताल विस्तार:

    तीन ताल:

  1. चत्रस्त तथा तिश्र जाति का कायदा, चार पलटों तथा तिहाई के साथ |
  2. धिरधिर बोल युक्त एक रेला, तीन पलटों तथा सहित |
  3. एक गत, एक फ़रमाइशी चक्रदार, तीन/चार टुकड़े
  4. पहली, पांचवी, नौवीं तथा तेहरवीं मात्र से तिहाई बजा कर सम पकड़ना |

     झपताल:

  1. 15 मिनट तक वादन की क्षमता:

1) 2 कायदे

2) 1 रेला

3) तीन टुकड़े

4) सम से सम तक तीन तिहाईयाँ

5) दो मुखड़े

6) एक चक्रदार

 

निम्नलिखित बोल बजाने की क्षमता:

  • धिरधिर किटतक तकिट धा S
  • धा त्रक धिकिट कता गदीगन
  • धीग धिनागिना
  • तक दिन तक  

 

5. निम्नलिखित तालों को हाथ से ताली देकर तिगुन लय में बोलने का अभ्यास:

तीन ताल, झप ताल, एकताल, रूपक, चौताल

6. तीन ताल में हाथ से ताली देकर गत तथा फ़रमाइशी चक्रदार बोलने का अभ्यास

 

मध्यमा प्रथम तबला

अंक-विभाजन:

नोट: 1) सभी विद्यार्थियों को 35 मिनट का समय दिया जायेगा |

2) विद्यार्थियों को प्रस्तुती लहरा/नगमा के साथ करनी होगी |

 

विषय अंक
1 तालों के ठेके तथा उनकी दुगुन 10
2 विलंबित लय में मुखड़ा बजाना 10
3 तीन ताल में पाठ्यक्रमानुसार वादन 40
4 झप ताल में पाठ्यक्रमानुसार वादन 30
5 कहरवा तथा दादरा ताल में लग्गी 05
6 गत तथा फ़रमाइशी चक्रदार की पढंत 05
7 पाठ्यक्रमानुसार तालों की तिगुन लय में पढंत 10
8 सही निकास तथा तैयारी 10
9 सामान्य प्रभाव 05
कुल 125

 

Madhyama Pratham Tabla Syllabus

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Class: Madhyama Pratham

Maximum-200 Passing-70 Practical-125 (44 Passing) Theory-75 (26 Passing)

 

   Theory:

1. A short history of Tabla / and its modification in modern times.

2. Explanation of various Gharanaas and Baaj with examples and detailed information from the following.

    Tabla:     a)  Delhi          b) Lucknow

3. Information about various Gaayan Shailee (vocal styles) and Gaayan Prakaars (vocal types).

a) Khayal (Vilambit – Drut laya),

b) Dhrupad,

c) Thumri,

d) Bhajan,

e) Tarana

4.  Knowledge of Tabla for Swatantra/solo and Saath-Sangat/accompaniment.

5. Good and Bad qualities of Tabla artist (Tabla Vadak ke Gun-Dosh.).

6. Definitions of the following terms:

a) Farmaishi Chakradar,

b) Tihai – Bedam and Damdar,

c) Gat,

d) Peshkar,

e) Paran & its different types.

7.  Know how to write the notation of Kayda and Relas of Teentaal, Jhaptaal, and Ektaal.

8. Know how to tune your instrument.

9. Knowledge of various pitched tabla to be used with different musical styles for accompaniment.

10. Procedure and reason for using dough on the banyan of Pakhawaj.

 

 Practical:

1. Theka of following taals:

Tilwada,  Jhaptaal (Vilambit), Addha Taal,  Ada Chautaal (Ada Chartaal/Ada), Khemta, Sooltaal

2. Use of the following Taals in various musical styles:

Ektaal, Teentaal, Dadra, Chautaal, Dhamar

3. Tabla:

a) Play mukhda in Vilambit Teentaal and Jhaptaal

b) Play Laggi in Kaherwa and Dadra Taal with tihai

 

4. Improvisation in following Taal Cycles -

        Teentaal:

  1. One kayda of Chatashra Jati and One with Tishra Jati with four paltas and tihai.
  2. A Rela of Dhira Dhira with three paltas
  3. One Gat, One Farmaaishi Chakradar and Tukdas (three/four)
  4. Ability to reach the sum with tihais from 1st, 5th, 9th, 13th beats.

 

        Jhaptaal:

  1. Ability to perform Jhaptaal up to 15 minutes with-

Two Kaydas, One rela, Three Tukdas, Three Tihai (sum to sum), Two mukhda, One Chakradar

 

 Ability to play the following bols

  1. Dhirdhir  kittak  takit  dha S
  2. Dha traka  dhikit  kata gadigena
  3. Dhing Dhina Gina
  4. Taka Din Taka 

5. Ability to recite the following taal cycles by hand in tigun laya (triple speed)

Teentaal, Jhaptaal, Ektaal, Rupak, Chautaal

6. Ability to recite Gat and Farmaishi chakradar by hand in Teentaal.

 

 

MADHYAMA PRATHAM   TABLA

Score Card:

1)  35 minutes is allocated for each candidate for examination.

2)  Students must perform with the lahra/Nagma.

Topics Marks
1 Theka of taals and their dugun 10
2 Mukhda in the vilambit taals 10
3 Improvisation in Teentaal (based on syllabus) 40
4 Improvisation in Jhaptaal (based on syllabus) 30
5 Laggi in Dadra and Kaherwa taal 05
6 Padhant (recitation) of Gat and Farmaishi Chakradar 05
7 Recite Taal in Tigun laya (based on syllabus) 10
8 Nikaas and Taiyari  (presentation with correct sound & style with expertise) 10
9 Overall impression 05
TOTAL 125